सुनो,
हाँ मैं तुमसे ही कह रही हूँ.. सिर्फ तुमसे!
तुम, तुम्हारे लिए महज़ एक सामान्य इंसान हो,
मगर मेरे लिए खास हो तुम।
किसी मकान के लिए उसकी नींव जितनी ज़रूरी होती है,
किसी कुम्हार के लिए मिट्टी जितनी ज़रूरी होती है,
किसी किसान के लिए बारिश जितनी ज़रूरी होती है,
और इस शरीर के लिए प्राण जितने ज़रूरी हैं.. #Love#बात#Roop#रूपकीबातें#roopkibaatein#roopanjalisingh#Roopanjalisinghparmar