फ़ोन को अपने पास रखकर नज़रें खबर पर टिकी हुई थी खबर ना उनकी आ जाये तकदीर में कुछ औऱ ही लिखी हुई थी ना जाने किस मनहूस घड़ी में कितनी आंखे सोई होंगी तिरंगे लिपट कर शव आएंगे कितनी आंखे रोइ होंगी...😢 -Amritanshu K फ़ोन को अपने पास रखकर नज़रें खबर पर टिकी हुई थी खबर ना उनकी आ जाये तकदीर में कुछ औऱ ही लिखी हुई थी ना जाने किस मनहूस घड़ी में कितनी आंखे सोई होंगी तिरंगे लिपट कर शव आएंगे कितनी आंखे रोइ होंगी...😢