Nojoto: Largest Storytelling Platform

सुनो लड़कियों, अगर शादी करने जा रहीं हो तो, पहले अप

सुनो लड़कियों,
अगर शादी करने जा रहीं हो तो,
पहले अपने होने वाले पति को अच्छे से जान लेना,
ये घर वाले तो समाज के डर से तुम्हें किसी के भी साथ फांद देंगे..
एक बार परख जरूर लेना कि
वो तुम्हें कभी समझेगा भी या नहीं,
कभी दुनिया के सामने तुम्हारें साथ भी चल सकेगा या नहीं,
तुम्हारें लिए कभी कुछ कर भी सकेगा या नहीं,
तुम्हारे पक्ष को कभी समझ भी सकेगा या नहीं,
तुम्हें सुकूँ की नींद दे भी सकेगा या नहीं,
कही तुम सिर्फ उसकी मात्र पर्सनल काम वाली बाई बनकर ना रह जाओ,
वो तुम्हारी इच्छाओं का मान भी रखेगा या हर क्षण तुम्हे नीचा दिखाने की कोशिश करेगा,
माना कि अब तुम्हारें लिए सब कुछ वहीं होगा,
लेकिन याद रखना तुम्हारी खुद की भी एक जिंदगी है,
ओर इस जिंदगी को जीने का तुम्हें भी पूरा अधिकार हैं,
वो तुम्हारी थकान को, तुम्हारी नींद को कभी समझेगा भी या नही,
तुम्हारी पसन्द नापसंद का ख्याल रख सकेगा या नहीं,
या फिर वो सिर्फ अपने ही शौक पुरे करता फिरेगा,
अय्याशी करता फिरेगा,
आवारगी करता फिरेगा...
तो सोच समझकर ,अपने दिमाग को ठंडा कर,विचार विमर्श कर,
फिर ही शादी तक पहुँचना,
वरना ये बाहरी दिखावा तो सिर्फ 
चार दिन की चांदनी हैं,
इससे ज्यादा कुछ नही...

©अर्पिता #शादी#लड़कियां
सुनो लड़कियों,
अगर शादी करने जा रहीं हो तो,
पहले अपने होने वाले पति को अच्छे से जान लेना,
ये घर वाले तो समाज के डर से तुम्हें किसी के भी साथ फांद देंगे..
एक बार परख जरूर लेना कि
वो तुम्हें कभी समझेगा भी या नहीं,
कभी दुनिया के सामने तुम्हारें साथ भी चल सकेगा या नहीं,
तुम्हारें लिए कभी कुछ कर भी सकेगा या नहीं,
तुम्हारे पक्ष को कभी समझ भी सकेगा या नहीं,
तुम्हें सुकूँ की नींद दे भी सकेगा या नहीं,
कही तुम सिर्फ उसकी मात्र पर्सनल काम वाली बाई बनकर ना रह जाओ,
वो तुम्हारी इच्छाओं का मान भी रखेगा या हर क्षण तुम्हे नीचा दिखाने की कोशिश करेगा,
माना कि अब तुम्हारें लिए सब कुछ वहीं होगा,
लेकिन याद रखना तुम्हारी खुद की भी एक जिंदगी है,
ओर इस जिंदगी को जीने का तुम्हें भी पूरा अधिकार हैं,
वो तुम्हारी थकान को, तुम्हारी नींद को कभी समझेगा भी या नही,
तुम्हारी पसन्द नापसंद का ख्याल रख सकेगा या नहीं,
या फिर वो सिर्फ अपने ही शौक पुरे करता फिरेगा,
अय्याशी करता फिरेगा,
आवारगी करता फिरेगा...
तो सोच समझकर ,अपने दिमाग को ठंडा कर,विचार विमर्श कर,
फिर ही शादी तक पहुँचना,
वरना ये बाहरी दिखावा तो सिर्फ 
चार दिन की चांदनी हैं,
इससे ज्यादा कुछ नही...

©अर्पिता #शादी#लड़कियां