ज़िंदगी को जितना जानने की कोशिश की है मैंने,
हर बार ज़िंदगी के एक नए रंग देखने को मिला है,
ज़िंदगी को एक शब्द में बयां करने चली थी मैं,
मैं बावली भूल गई थी,
जैसे समुद्र की गहराई आंखों से नहीं नापी जा सकती,
यह प्रकृति की सुंदरता, केवल शब्दों में पिरोया नहीं जा सकता,
रिश्तों की कीमत, सिर्फ अच्छे पल नहीं, बुरे वक़्त भी तय करती है, #Living#Learning#experience#Challange#mydiary#zindgi#myquote#understanding