#मैं_और_मेरी_तन्हाई कीमत बड़ी चुकाई.. तनहा अकेला अब हम, है जिंदगी बिताते.. जिनसे लगी थी दिल की, वो दिल्लगी निभाई.. अब हाल-ए-दिल का रोना, किसको हम अब सुनाएं.. ख़ुद को समेटे अब हम, ख़ुद में ही है छुपाए.. ख़ुद हो गए है तनहा, तनहा ही दिन बिताते.. #अजय57