एक बाबा ले के चले, कुण्डली अपने साथ में । आज उसमें लिखा है बोले, है वो बड़े जोश में । आँख दिखा कर, कन्धा दबाकर, बोला बड़े रौब से । पान खाकर, चुटकी बजाकर, न आना मेरे सामने । दूंगा एक कान पे जमाकर, सुन लो जरा गौर से । मेरे लिए तुम जल लाओ, जाओ जरा दौड़ के । यों न तुम कंधे मटकाओ, टकराओगे वर्ना मौत से । डींगें जो वो मार रहा था, थे वो सारे खोखले । शरीर उसका बुढा गया था, हालत थी उसकी दयनीय । सामने जो मौत को देखा, होश उसके उड़ गए । कुण्डली में ये लिखा था, बोला बड़े खौफ से । कुण्डली का सारा जोश था, उसके नहीं कोई दोष थे । ................ #कुण्डली Director Shakti Tiwari विजय sk. manjur Er. Lucky Nishad rahul verma# Drsantosh Tripathi Anshu writer Pawan Rajput @123 # sunny Monika Goswami Tumari So_called Jaan