एक शाम उनसे जो रूबरू हुए लबो से जाम शरू हुए उनपे गेरो की बाहों का सुरूर था हमपे मोहब्बत का जुनून था हमें ले चले डूबे इस कदर मोहब्बत में एक ओर सायर मसहूर हुए शायर #shayri #hindi #poetry #dhaneshdwivediguote