जिंदगी की एक शाम सब थक कर बैठ जायेंगे, बीती बातें याद कर कुछ पल को चिंतित हो जायेंगे, उस रोज कौन अपना कौन पराया, ये फर्क समझ आएगा, बस खून के रिश्ते सच्चे ये भ्रम भी मिट जायेगा, जिसे उम्र भर समझते रहे पराया, वही दुख में साथी नजर आयेगा , रात गुजरती गयी, उस रात के साथ एक-एक कर हर भ्रम भी नजरों से गुजरता जायेगा, जिन बातों, रिश्तों नातो पर हमें ग़ुमान था, हर रिश्ता खोखला, झूठा और फरेबी नजर आएगा, घमंड किस बात का करना, जो आज तेरा, कल मेरा भी हश्रन हो जायेगा | ©Sonam kuril #Raat #जिंदगी #हश्रन #रिश्ता #फर्क जिंदगी की एक शाम सब थक कर बैठ जायेंगे, बीती बातें याद कर कुछ पल को चिंतित हो जायेंगे, उस रोज कौन अपना कौन पराया, ये फर्क समझ आएगा, बस खून के रिश्ते सच्चे ये भ्रम भी मिट जायेगा, जिसे उम्र भर समझते रहे पराया, वही दुख में साथी नजर आयेगा ,