✍🏻निंदक✍🏻 निंदक है शुभचिंतक, हर कमियों की जान अपनी त्रुटि सुधारिये,निंदक से लीजिये ज्ञान। निंदक सबसे परम् हितेषी,निंदक गुण की खान तुम्हे बताए अवगुण सारे,उसकी बातें मान। निंदक से तुम दूर न भागो, निंदक है अभिमान सच को रखता तुमरे आगे,निंदक बड़ा महान। निंदा करना, निंदा सुनना, माना है अपराध, निंदक ऐसे होत हैं, जो बातों से करें आघात। निंदक से प्रेम राखिये,खोलिये मन के द्वार, निंदक नियरे राखिये,खोलिये प्रेम के द्वार। सपना परिहार✍🏻😊 ©Sapna Parihar हितेषी#☺️ #NAPOWRIMO