White ए - जिंदगी तूने हमें इस कदर आज़माया है , मौसम -ए - बारिश में मासूम शज़र जलाया है। बे इंतेहा ज़ज्ब किया है, अश्कों को आंखों में, मगर लहू स्याही बनकर कागज़ पे उतर आया है। मुफ़लिसों के मुकद्दर में अंधेरे लिखे हैं 'प्रीत' रोशन -ए- चमन फिरकापरस्तों के हिस्से आया है। # पीयू 'प्रीत' ©pushpendra naruka #khamosi 'दर्द भरी शायरी'