कि रो पड़ी जिंदगी...
कहर ऐ कोरोना ने कुछ यों किया सभी को तबाह,
कि कहीं किसी की शादी रुकी किसी का निकाह..
कहीं कोई बेटा सजा धजा कर किया हुआ था तैयार,
निकला वो अभागे पिता संग चार कंधे पर हो सवार..
देख अर्थी बेटे की मां विक्षिप्त सी हो जी रही,
कि पत्नी हुई बेवा,बच्चे भए अनाथ,
बहन सुनी नेत्र से मृत भाई के शरीर को निहार रही.. #दिनेशपांडेय