उठती नहीं है आँख किसी और की तरफ, पाबन्द कर गयी है किसी की नजर मुझे, ईमान की तो ये है कि ईमान अब कहाँ, काफ़िर बना गई तेरी काफ़िर-नज़र मुझे। ©BROKENBOY #hugday उठती नहीं है आँख किसी और की तरफ, पाबन्द कर गयी है किसी की नजर मुझे, ईमान की तो ये है कि ईमान अब कहाँ, काफ़िर बना गई तेरी काफ़िर-नज़र मुझे। 😍