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विश्व तुम्हारे विषमय जीवन इतने सालों पह

विश्व तुम्हारे विषमय जीवन	           इतने सालों पहले ही भाँप 
में ला पाएगी हाला                       मद का ये रूप दिखा डाला
यदि थोड़ी-सी भी यह                    जिसके रहे भाव जैसे, वैसे
मेरी मदमाती साकी बाला                      पढ़ता ये साकी बाला
शून्य तुम्हारी घड़ियाँ कुछ भी           सभी परिस्थिति प्याले की
यदि यह गुंजित कर पाई               कल्पित पद्यों में वर्णित कर
जन्म सफल समझेगी जग          भावों को सुशब्दित कर, क्या 
में अपना मेरी मधुशाला।।              खूब लिखी ये मधुशाला।।

-स्व० श्री हरिवंशराय बच्चन                                          इसका पहला पद्य श्री हरिवंश जी लिखा है और दूसरा तो आपको पता ही है।
उतना उम्दा तो नही लिख पाया हूं में, जितना बच्चन साहब लिख गये जिस भाव से लिख गए, आज भी उतनी ही सच्चाई रखती है उनकी ये पंक्तियां जो उन्होंने इतने समय पहले लिख डाली।
 जीवन मे एक बार इस कविता को जरूर पढ़ना।

उम्मीद है मेरे द्वारा लिखी हुई ये कोशिश आपको पसंद आएगी please कंमेंट करकर बताइयेगा जरूर।

 #guruwanshu #yqdidi #yqbaba #मधुशाला  #yqquotes  #yqpoem #yqinspiration  #हरिवंशरायबच्चन
विश्व तुम्हारे विषमय जीवन	           इतने सालों पहले ही भाँप 
में ला पाएगी हाला                       मद का ये रूप दिखा डाला
यदि थोड़ी-सी भी यह                    जिसके रहे भाव जैसे, वैसे
मेरी मदमाती साकी बाला                      पढ़ता ये साकी बाला
शून्य तुम्हारी घड़ियाँ कुछ भी           सभी परिस्थिति प्याले की
यदि यह गुंजित कर पाई               कल्पित पद्यों में वर्णित कर
जन्म सफल समझेगी जग          भावों को सुशब्दित कर, क्या 
में अपना मेरी मधुशाला।।              खूब लिखी ये मधुशाला।।

-स्व० श्री हरिवंशराय बच्चन                                          इसका पहला पद्य श्री हरिवंश जी लिखा है और दूसरा तो आपको पता ही है।
उतना उम्दा तो नही लिख पाया हूं में, जितना बच्चन साहब लिख गये जिस भाव से लिख गए, आज भी उतनी ही सच्चाई रखती है उनकी ये पंक्तियां जो उन्होंने इतने समय पहले लिख डाली।
 जीवन मे एक बार इस कविता को जरूर पढ़ना।

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guruwanshu8506

Guruwanshu

New Creator

इसका पहला पद्य श्री हरिवंश जी लिखा है और दूसरा तो आपको पता ही है। उतना उम्दा तो नही लिख पाया हूं में, जितना बच्चन साहब लिख गये जिस भाव से लिख गए, आज भी उतनी ही सच्चाई रखती है उनकी ये पंक्तियां जो उन्होंने इतने समय पहले लिख डाली। जीवन मे एक बार इस कविता को जरूर पढ़ना। उम्मीद है मेरे द्वारा लिखी हुई ये कोशिश आपको पसंद आएगी please कंमेंट करकर बताइयेगा जरूर। #guruwanshu #yqdidi #yqbaba #मधुशाला #yqquotes #yqpoem #yqinspiration #हरिवंशरायबच्चन