Nojoto: Largest Storytelling Platform

बेटी से बहू तक का सफर

बेटी से बहू तक का सफर                                                                                                     
संघर्षों मे भी पलके वो 
खुद को शान्त दिखाती है..!! 
हर दर्द को सह कर वो 
फिर भी मुस्कराती है..!! 
हर चीज़ को वो
बड़े बारीकी से करती है..!! 
कभी कोई ताना ना मारे
वी इस बात से घबराती है..!! 
भूखे पेट खुद सो जाती है 
पर अपनों को भर पेट खिलाती है..!! 
एक घर की राजकुमारी 
अपने ससुराल को स्वर्ग बनाती है..!! 
एक बेटी से होकर 
एक बहू होने का सारा फर्ज निभाती है..!!

©Khushboo Upadhyay #BETI SE BAHU TK KA safar
बेटी से बहू तक का सफर                                                                                                     
संघर्षों मे भी पलके वो 
खुद को शान्त दिखाती है..!! 
हर दर्द को सह कर वो 
फिर भी मुस्कराती है..!! 
हर चीज़ को वो
बड़े बारीकी से करती है..!! 
कभी कोई ताना ना मारे
वी इस बात से घबराती है..!! 
भूखे पेट खुद सो जाती है 
पर अपनों को भर पेट खिलाती है..!! 
एक घर की राजकुमारी 
अपने ससुराल को स्वर्ग बनाती है..!! 
एक बेटी से होकर 
एक बहू होने का सारा फर्ज निभाती है..!!

©Khushboo Upadhyay #BETI SE BAHU TK KA safar

#beti SE BAHU TK KA safar