तू अपने पंखों की परवाज़ तो बढ़ा कर देख, जमीं क्या तू आसमां पर भी छा जाएगा.. बस एक बार पंखों को पूरा फैला कर तो देख, आज ही नहीं कल सारा मंजर तेरे आगे ही झुक जाएगा.... कोशिश कर क्योंकि कोशिश करने में तेरी हार नहीं, कोशिश न करना तो ऐसे की जैसे तुझे खुद ही हार स्वीकार है.... उठ कर प्रहार कर बार बार जीत का तिलक तेरे भाल के लिए ही तैयार है... जीत तुम्हारी गर इरादा है पक्का ©Anup Arora jeet aapki