कोहरे की चादर में छुपा है अम्बर,,क्यों मेरे चाँद को छुपा रखा है दिसंबर. अभी तो पहला ही रविवार है,,कहां खो गया सर्द रातों में तेरे शहर में ही मेरा यार दिसंबर. थोड़ा रहम तो दिखा दिसंबर,,एक बार मेरे चाँद का दीदार तो करा दिसंबर. झाड़े की ये सर्दी मेरी जान ले रही,,अच्छा तुझे मिला है बहाना मुझे जलाने का दिसंबर. एक ही तो मेरा चाँद है,,क्यों उसको छुपा रखा है तूने अपनी क़ैद में दिसंबर. पहले करवाचौथ को था चाँद से दिल लगाया,,अब तूने इसे है छुपाया कैसा खेल मेरी आँखों से खेल रखा है ये दिसंबर. ना दिल दुखा ना और तड़पा,,में बन चुकी उसकी मुरीद हूं,,होगयी सर्दी की ईद हूं कुछ पल ही सही मेरा चाँद से मिलन करवा तो दिसंबर. #december दिसंबर#✍️wriiten by me ✍️6.1aman💥💥 if you like comment💥💥 Follow more such stories on @Nojotoapp #nojotonews #writeraofindia#poetry #quote #Nojoto#indianwriter#quoteoftheday #writersofindia #poetrycommunity Ruchika kaur B 😊😊