छीन ली अपने हाथों से तूने खुद अपनी साँसे, लगाया नहीं एक भी पेड़ और असंख्य हैं काटे, अब यूँ माँगने से भीख हवा की भी क्या होगा? किया गलत तो आठ आठ आँसू रोना ही होगा। #iAmShubh ♥️ आइए लिखते हैं #मुहावरेवालीरचना_127 👉 आठ-आठ आँसू रोना मुहावरे का अर्थ — बहुत पछताना ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ दो लेखकों की रचनाएँ फ़ीचर होंगी।