कोई रास्ता अब दिखता नहीं तुम कासिद के साथ बुला भेजो ले फिर आ गयी है तेरी याद इस रात के साथ चराग़ जलाकर भेजो हो जाएगी मेरे आँगन में भी बारिश तुम जरा अपनी जुल्फों को झटकर भेजो फूल वो सारे खिल जाएंगे तुम लिफाफे में खुशबू भेजो बहोत दिन हो चुके तुम्हें देखा नहीं खत में तुम्हारी तस्वीर भेजो रात फिर से ये जग जायेगी तुम्हारी कुछ यादें भेजो मेरे कमरे में सब बिखरा है जाने जाँ इस बार मेरे हालात भेजो तुम्हारे शहर में पत्ता मेरा में भूल चुका हूं तुम मुझे मेरे घर भेजो हो रहा है मुझे अब आराम दर्द भेजो न दवा भेजो सो जाऊं में चैन से अब की बार तुम अपना दुप्पटा भेजो #NightPath #sagarshayari #sagar✍️ #sagaroza #sagarozashayari