#तुम्हें_बांध_सकूँ #ये_मेरे_वश_में_नहीँ #तुझ_से_बन्ध_जाऊँ #ये_ख्वाईश_जरूर_है.. #क्यूँकि; #ख्बाबों_मेँ_तुम_हो #ख़्यालों_में_तुम_हो #मेरे_दिल_के_बहते_जज़्बातों_में #सिर्फ_तुम_ही_तुम_हो..... #तुम्हें_बांध_सकूँ #ये_मेरे_वश_में_नहीँ #तुझ_से_बन्ध_जाऊँ #ये_ख्वाईश_जरूर_है.. #क्यूँकि; #ख्बाबों_मेँ_तुम_हो #ख़्यालों_में_तुम_हो #मेरे_दिल_के_बहते_जज़्बातों_में