कयी दिन हुए उस तस्वीर को देखे हुए, वही जो आज भी बिस्तर के सिरहाने इस उम्मीद में है कि एक बार फिर मेरी जिंदगी में शामिल हो सके, कमाल है तस्वीरों का भी, कि लम्हे को यूँ कैद कर लेती हैं, आप चाह कर भी नहीं भूल सकते लाख कोशिश करते हैं उस लम्हे को फिर ज़िंदा करने की, यह जानते हुए भी कि सिर्फ याद ही है जो कैद है, वो शख्स तो लापता है, तुमसे दूर, किसी और तसवीर में कैद फिर क्यूँ इस कदर यूँ सहेजना उस लम्हे को जो अब अपना भी नहीं, जिसमें तुम्हारे सिवा कोई और ठहरा ही नहीं #writeup #originalwriting #lovetowrite #feelings #mythoughts #memories #heartbeat #pondering