ये ढलती हुई शाम, ऊपर से तेरा वो नाम। कुछ वो बातें अनकही सी, उनमें भी खलती तेरी कमी सी। वो तेरा तब जान जान कहना, अब मेरा यूं तन्हा तन्हा रहना। तेरी वो हमेशा साथ निभाने वाली बातें, आज ये मेरी रंज भरी हुई रातें.......... ये ढलती हुई शाम, ऊपर से तेरा वो नाम। कुछ वो बातें अनकही सी, उनमें भी खलती तेरी कमी सी। वो तेरा तब जान जान कहना, अब मेरा यूं तन्हा तन्हा रहना। तेरी वो हमेशा साथ निभाने वाली बातें, आज ये मेरी रंज भरी हुई रातें..........