तेरी सादगी पर मैं क्या लिखूं,
चांद भी शर्मा जाए,
ऐसी कोई बात लिखूं,
या फिर लफ्ज ही कम पड़ जाए,
ऐसा कोई जज्बात लिखूं,
अगर कुछ लिख भी दूं तो वो किस काम के,
क्योंकि मेरे लिए तो बाकी सबकुछ तेरे बाद ही आता है,
चाहे वो लफ्ज हो मेरे या फिर सांसे, #Love#Poet#writer#ishq#Divyansha