आज़ाद हूं! आज़ाद हूं! ऐ वतन मैं तेरे बाद हूं! आने वाला कल, मुस्कुराता हुआ आज हूं! रचेगा जो इतिहास नया, मैं धधकता हुआ वो आग हूं! डर नहीं अंजाम का मुझे, मैं प्रबल आगाज़ हूं! चमचमाती हैं मां का आंचल जिससे, मैं वो चांद-सितारो का साज हूं! मज़हब नहीं हैं मेरा कोई, ईश्वर की प्रार्थना, ख़ुदा का नमाज़ हूं! पहचान ना पूछो मेरी तुम, मैं हिन्दूस्तानी जात हूं... we are one!