Nojoto: Largest Storytelling Platform

पकड़ पाऊं मैं अपने ख्वाबों को, यह ज़िद लिए मैं आया

पकड़ पाऊं मैं अपने ख्वाबों को, यह ज़िद लिए मैं आया जमशेदपुर में...
 पर कहां तलाशु मैं खुद को, जबकी मदहोश है हर शख्स खुद हीं के गुरुर में..!!

©विष्णु कांत
  #मदहोश