Nojoto: Largest Storytelling Platform
kanhaiyapandey6552
  • 196Stories
  • 46Followers
  • 2.7KLove
    18.7KViews

विष्णु कांत

लेखक/ कवि

https://youtube.com/@visionofkant

  • Popular
  • Latest
  • Video
d47f67601dd8537304a96fa9df5156d6

विष्णु कांत

White वे बहुत खुशनसीब होते हैं, जो सिंगल होते हैं;
उन्हें कोई गले लगा कर ये नहीं कहने वाला होता है की सब ठीक हो जाएगा,
पर उन्हें गालियां लगा कर हौशले बढ़ाने वाले,
और घोर संकट में भी पीठ थप –थपा कर,
चल भाग साले ! तेरी इतने में हीं फ* गई,
ऐसा कह कर प्रेरणा देने वाला सबसे खास दोस्त होते हैं।
वे बहुत खुशनसीब होते है, जो सिंगल होते हैं।

©विष्णु कांत
  #Dosti
d47f67601dd8537304a96fa9df5156d6

विष्णु कांत

White अगर मंजिल को पाना है तो,
आपको सही मार्ग पर चलना पड़ेगा।
वरना मृग की तरह,
कस्तूरी की सुगंध किधर से आ रही..
यह मालूम करने में संपूर्ण जीवन गंवा दोगे।

©विष्णु कांत
  #मंजिल
d47f67601dd8537304a96fa9df5156d6

विष्णु कांत

White जिंदगी भर के खुशियों पर अब निराशा का छाया कोहरा है,
अंतर मन को कचट रहा जो साथ मेरे अब हो रहा है।

©विष्णु कांत
  #निराशा
d47f67601dd8537304a96fa9df5156d6

विष्णु कांत

Shree Ram महान शक्तिशाली अत्यंत घोर–पराक्रमी,
रण में शत्रुओं का भय बढ़ाने वाले,
जिनके क्रोधाग्नि से शत्रुओं का संपूर्ण नाश हो जाए,
जो इस दृष्टि और सृष्टि दोनों के पालनहार हैं,
एवम्! समुद्र मंथन से निकले हलाहल विष को पीकर उसका अंत कर देने वाले,
शंभू भी जिनके पुजारी हैं,
जो सबके रोमावलियों के छिद्रों में भी रहते हैं,
वैसे रघुकुल भूषण दशरथ और कौशल्या नंदन,
तथा मेरे आराध्या प्रभु,
 मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान् श्री राम की चरणों में,
मेरा कोटि–कोटि प्रणाम । 🙏🚩

©विष्णु कांत
  #shreeram
d47f67601dd8537304a96fa9df5156d6

विष्णु कांत

Black मन का बोझ कभी कभी आत्मा तक को 
पिघला कर रख देता है,
और उन लम्हों में प्रकृति का सहारा हीं 
हमारे हृदय और मन की वांक्षित विचारों को
 समाप्त करने में मददगार होता है।

©विष्णु कांत
  #मन_का_बोझ
d47f67601dd8537304a96fa9df5156d6

विष्णु कांत

भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिए साल 2006 में हर साल 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाने का ऐलान किया था. पहली बार विश्व हिंदी सम्मेलन 10 जनवरी 1975 को नागपुर में आयोजित हुआ था.

©विष्णु कांत
  #Hindidiwas
d47f67601dd8537304a96fa9df5156d6

विष्णु कांत

#जिन्दगी
d47f67601dd8537304a96fa9df5156d6

विष्णु कांत

लो सब कुछ कर दिया समर्पित,
चित्र और पत्र तुम्हारे...
प्रिये! तुम निश्चिन्त रहना।

©विष्णु कांत
  #समर्पण
d47f67601dd8537304a96fa9df5156d6

विष्णु कांत

रेत की तरह है ये जिंदगी,
मुठ्ठी में जितना कैद करना चाहो,
साली उतनी हीं फिसलती जाति है।

©विष्णु कांत
  #PhisaltaSamay
d47f67601dd8537304a96fa9df5156d6

विष्णु कांत

कोहरे हट जाएंगे ये आश लिए हैं,
तू लौट कर जरूर आएगी...
इस आश में तेरी तस्वीर पास लिए हैं।

©विष्णु कांत
  #coldwinter
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile