मुझे याद है आज भी वो बाते वो बचपन का पल छोटी छोटी बातों पर झगड़ना, फिर थोडी देर बाद साथ में ही खेलना। वो स्कूल से सैचलाय के लिए निकालना, और २,२-३,३ घंटे बाहर अहरा पे घूमना। मुझे याद है आज भी वो बाते वो बचपन का पल वो छठी से अठमी की मस्तीया, सीनियर होने का वो भरपू फ़ायदा उठाना , टीचर को परेशान करना, छरी तोड़ के फेकना। आज भी हमें वो बाते याद है, जो हमे बचाने केलिए पूरी क्लास मार खाई थी। मुझे याद है आज भी वो बाते वो बचपन का पल वो स्कूल की आखरी समय 8 के फाइनल, और अतिम होली जो हम पूरे 2 हप्ते खेले थे। .......................... बचपन की कुछ यादें #बचपन #BoneFire