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अब घरों में दिया सलाई से दिप नहीं जलते, भाई भाई से

अब घरों में दिया सलाई से दिप नहीं जलते,
भाई भाई से अहंकार में द्वेष जलते .
घर की औरतें आपस में खुशियां कम  फिराते ,
घर मे कुटनियता की दिप जला फूट की दिवारे रोशन करते
और दिया सलाई से खुशियों के पटाखे कम जलते 
  अब तो शहर को जलाने में दिया सलाई काम आते.
रोज़ रात को दिया सलाई की चिंगारी में न जाने कितनी आबरुये जलते,
कभी मोमबत्ती अंधेरे को उजाले में बदलने के लिये जलाए जाते थे 
आजकल मोमबत्ती मासूम बच्ची की आत्मशान्ति हेतू जलाए जाते हैं 
मैं जब भी अखबार खोल देता हूँ,
सारा शहर जलता पता हूँ
लगता यूँ है जैसे
 सोंधी सी महक बारूद की, जिसपे हर इंसान लेटा है.
और वो दिया सलाई,
 बिस्तर में रात भर चिंगारी समेटे सोता रहता है.....

#निशीथ

©Nisheeth pandey
  #DiyaSalaai 
अब घरों में दिया सलाई से दिप नहीं जलते,
भाई भाई से अहंकार में द्वेष जलते .
घर की औरतें आपस में खुशियां कम  फिराते ,
घर मे कुटनियता की दिप जला फूट की दिवारे रोशन करते
और दिया सलाई से खुशियों के पटाखे कम जलते 
  अब तो शहर को जलाने में दिया सलाई काम आते.
रोज़ रात को दिया सलाई की चिंगारी में न जाने कितनी आबरुये जलते,

#DiyaSalaai अब घरों में दिया सलाई से दिप नहीं जलते, भाई भाई से अहंकार में द्वेष जलते . घर की औरतें आपस में खुशियां कम फिराते , घर मे कुटनियता की दिप जला फूट की दिवारे रोशन करते और दिया सलाई से खुशियों के पटाखे कम जलते अब तो शहर को जलाने में दिया सलाई काम आते. रोज़ रात को दिया सलाई की चिंगारी में न जाने कितनी आबरुये जलते, #Artist #creative #कविता #WoRaat #talaash #FriendshipDay #Streaks #निशीथ #Parchhai #BehtaLamha #ChaltiHawaa

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