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# पिता या कोई भी हों, मां का अपमा | English Shayar

पिता या कोई भी हों, मां का अपमान अनादर हम नहीं सहेंगे।
उनका हक है सम्मान गौरव गर्व से जीवन जीने का।
किसी और के लिए न सही लेकिन अपनी मां के लिए हर बच्चें को जागरूक और हिम्मत वाला होना ही होगा ताकि कोई भी उनका अपमान ना कर सकें।

अपने घर की नारी को हम समानता नहीं दे सकते तो किसी और को समनता इज्जत देना हमारे बस का है ही नहीं।
जब हम घर में समानता देना सीखेंगे प्रयास करेंगे तो हमारी हिम्मत नही होगी बाहर भेदभाव करने की, तब हमारा असल विकास होगा और हम इन धर्म जात लिंग से ऊपर उठकर अपना कल्याण कर पाएंगे।
औ
manyaparmar8573

Manya Parmar

Silver Star
New Creator
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पिता या कोई भी हों, मां का अपमान अनादर हम नहीं सहेंगे। उनका हक है सम्मान गौरव गर्व से जीवन जीने का। किसी और के लिए न सही लेकिन अपनी मां के लिए हर बच्चें को जागरूक और हिम्मत वाला होना ही होगा ताकि कोई भी उनका अपमान ना कर सकें। अपने घर की नारी को हम समानता नहीं दे सकते तो किसी और को समनता इज्जत देना हमारे बस का है ही नहीं। जब हम घर में समानता देना सीखेंगे प्रयास करेंगे तो हमारी हिम्मत नही होगी बाहर भेदभाव करने की, तब हमारा असल विकास होगा और हम इन धर्म जात लिंग से ऊपर उठकर अपना कल्याण कर पाएंगे। औ #Shayari #MissionMaanyMaang

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