Nojoto: Largest Storytelling Platform

कलम की तय सीमा पसन्द न थी सीमा सीमित न कर दे पाब

कलम की तय सीमा पसन्द न थी 
सीमा सीमित न कर दे 
पाबंदी का भय था 
उड़ते परिन्दे को कैद होते देखा 
बचपना में ये बात कम न थी 
जिस कलम को चलाने से पूर्व 
हजार बार सोचना पड़े 
क्या उस कलम की गरिमा कम थी

©Suman singh Rajpoot #pen 

#pen
कलम की तय सीमा पसन्द न थी 
सीमा सीमित न कर दे 
पाबंदी का भय था 
उड़ते परिन्दे को कैद होते देखा 
बचपना में ये बात कम न थी 
जिस कलम को चलाने से पूर्व 
हजार बार सोचना पड़े 
क्या उस कलम की गरिमा कम थी

©Suman singh Rajpoot #pen 

#pen