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इधर मैं हू , उधर आप है हम वाला रिश्ता अब खत्म हो

इधर मैं हू , उधर आप है  हम वाला रिश्ता अब 
खत्म होते हुए नज़र आ रहा है जनता में ये फर्क
इंसानों के बीच रह रहें गिद्धों ने बनाया है।

( शेष अनुशीर्षक में पढ़े)

©sonu kishor इधर मैं हू , उधर आप है  हम वाला रिश्ता अब खत्म होते हुए नज़र आ रहा है जनता में ये फर्क इंसानों के बीच रह रहें
गिद्धों ने बनाया है। ये गिद्ध असल के गिद्ध से भी ज्यादा डरावने नस्ल वाले हैं फर्क बस इतना है कि वे मुर्दे जीव जंतु के मांस खाते हैं और ये जिंदा मनुष्य के पसीनों की कमाई के खून पीते हैं।

  गांव के एक बाबा कहते थे गिद्ध पहले आंख नोच लेते हैं
ये उनकी मन गढ़त कहानियों में से मुझे एक  लगती है , फिर मनुष्य के बीच वाले गिद्धों को देख मान लिया की
उनकी कहानी अधूरी थी। मनुष्य जाति के गिद्ध गरीब जनता के जिस्म तक  नोच रहे है।

    सब लोग बहुत चिंतित थे इन गिद्धों से क्योंकि , वो गिद्ध
इधर मैं हू , उधर आप है  हम वाला रिश्ता अब 
खत्म होते हुए नज़र आ रहा है जनता में ये फर्क
इंसानों के बीच रह रहें गिद्धों ने बनाया है।

( शेष अनुशीर्षक में पढ़े)

©sonu kishor इधर मैं हू , उधर आप है  हम वाला रिश्ता अब खत्म होते हुए नज़र आ रहा है जनता में ये फर्क इंसानों के बीच रह रहें
गिद्धों ने बनाया है। ये गिद्ध असल के गिद्ध से भी ज्यादा डरावने नस्ल वाले हैं फर्क बस इतना है कि वे मुर्दे जीव जंतु के मांस खाते हैं और ये जिंदा मनुष्य के पसीनों की कमाई के खून पीते हैं।

  गांव के एक बाबा कहते थे गिद्ध पहले आंख नोच लेते हैं
ये उनकी मन गढ़त कहानियों में से मुझे एक  लगती है , फिर मनुष्य के बीच वाले गिद्धों को देख मान लिया की
उनकी कहानी अधूरी थी। मनुष्य जाति के गिद्ध गरीब जनता के जिस्म तक  नोच रहे है।

    सब लोग बहुत चिंतित थे इन गिद्धों से क्योंकि , वो गिद्ध
nojotouser9387878399

sonu kishor

New Creator

इधर मैं हू , उधर आप है हम वाला रिश्ता अब खत्म होते हुए नज़र आ रहा है जनता में ये फर्क इंसानों के बीच रह रहें गिद्धों ने बनाया है। ये गिद्ध असल के गिद्ध से भी ज्यादा डरावने नस्ल वाले हैं फर्क बस इतना है कि वे मुर्दे जीव जंतु के मांस खाते हैं और ये जिंदा मनुष्य के पसीनों की कमाई के खून पीते हैं। गांव के एक बाबा कहते थे गिद्ध पहले आंख नोच लेते हैं ये उनकी मन गढ़त कहानियों में से मुझे एक लगती है , फिर मनुष्य के बीच वाले गिद्धों को देख मान लिया की उनकी कहानी अधूरी थी। मनुष्य जाति के गिद्ध गरीब जनता के जिस्म तक नोच रहे है। सब लोग बहुत चिंतित थे इन गिद्धों से क्योंकि , वो गिद्ध #विचार