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मछलियों को लगता था के जैसे वे तड़पती हैं पानी के ल

मछलियों को लगता था के जैसे वे तड़पती हैं पानी के लिए 
पानी भी वैसा ही तड़पता होगा उनके लिए ।

लेकिन जब खींचा जाता है जाल 
तो पानी मछलियों को छोड़कर 
जाल के छेदों से निकल भागता है।

पानी मछलियों का देश है लेकिन मछलियां 
अपने देश के बारे में कुछ नहीं जानतीं।

-ख्याली_जोशी🥀

©HUMANITY INSIDE #riverside
मछलियों को लगता था के जैसे वे तड़पती हैं पानी के लिए 
पानी भी वैसा ही तड़पता होगा उनके लिए ।

लेकिन जब खींचा जाता है जाल 
तो पानी मछलियों को छोड़कर 
जाल के छेदों से निकल भागता है।

पानी मछलियों का देश है लेकिन मछलियां 
अपने देश के बारे में कुछ नहीं जानतीं।

-ख्याली_जोशी🥀

©HUMANITY INSIDE #riverside