एक लड़की आखिर इश्क नहीं करती तो अच्छा था वो लड़की थी आखिर इश्क़ में, अकेले किस-किस से लड़ती घरवाले-समाज दुनिया आख़िर, किस-किस के वो ताने सुनती एक शख़्स को ही तो उसे छोड़ना था, उसके लिए वो किस-किस को छोड़ती अगर निभा भी जाती वो अपना इश्क़ विश्क़ तो दुनियाँ की नजरों मे तो वो घर से भागी हुई लड़की ही कहलाती जो किया काश अच्छा किया अपने मा बाप का सर नीचा नहीं किया. ©HARIBHAI GOHIL #Isolation