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सरसी छन्द  अबकी होली सुन लो प्रियतम , मेरे मन की

सरसी छन्द 

अबकी होली सुन लो प्रियतम , मेरे मन की चाह ।
संग तुम्हारे खेलूँ होली , तकती तेरी राह ।।
अबकी होली सुन लो प्रियतम....

ताने देती हैं सब सखियां , कहके विरहन आज ।
जबकी दिल पे मेरे साजन , बस तेरा ही राज ।।
आओ अपने अंग लगा लो , बस इतनी है चाह ।
अबकी होली सुन लो प्रियतम ....

माह जेष्ठ में भू ये जलती , तुम बिन जिया हमार ।
अबके फागुन में आ जाओ , हो मन का शृंगार ।।
बिरहन बनकर कब देखूँ , मैं अब तेरी राह ।
अब की होली सुन ....

आज विरह में तन ये काला , मल दो प्रीत गुलाल ।
बनकर मीरा दर-दर भटकू, आओ मेरे ग्वाल ।।
आज प्रेम की मीरा प्यासी  , करे मिलन की चाह ।
अब की होली सुन लो प्रियतम..।

अबकी होली सुन लो प्रियतम , मेरे मन की चाह ।
संग तुम्हारे खेलूँ होली , तकती तेरी राह ।।

०७/०३/२०२४     -    महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR सरसी छन्द 

अबकी होली सुन लो प्रियतम , मेरे मन की चाह ।
संग तुम्हारे खेलूँ होली , तकती तेरी राह ।।
अबकी होली सुन लो प्रियतम....

ताने देती हैं सब सखियां , कहके विरहन आज ।
जबकी दिल पे मेरे साजन , बस तेरा ही राज ।।
सरसी छन्द 

अबकी होली सुन लो प्रियतम , मेरे मन की चाह ।
संग तुम्हारे खेलूँ होली , तकती तेरी राह ।।
अबकी होली सुन लो प्रियतम....

ताने देती हैं सब सखियां , कहके विरहन आज ।
जबकी दिल पे मेरे साजन , बस तेरा ही राज ।।
आओ अपने अंग लगा लो , बस इतनी है चाह ।
अबकी होली सुन लो प्रियतम ....

माह जेष्ठ में भू ये जलती , तुम बिन जिया हमार ।
अबके फागुन में आ जाओ , हो मन का शृंगार ।।
बिरहन बनकर कब देखूँ , मैं अब तेरी राह ।
अब की होली सुन ....

आज विरह में तन ये काला , मल दो प्रीत गुलाल ।
बनकर मीरा दर-दर भटकू, आओ मेरे ग्वाल ।।
आज प्रेम की मीरा प्यासी  , करे मिलन की चाह ।
अब की होली सुन लो प्रियतम..।

अबकी होली सुन लो प्रियतम , मेरे मन की चाह ।
संग तुम्हारे खेलूँ होली , तकती तेरी राह ।।

०७/०३/२०२४     -    महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR सरसी छन्द 

अबकी होली सुन लो प्रियतम , मेरे मन की चाह ।
संग तुम्हारे खेलूँ होली , तकती तेरी राह ।।
अबकी होली सुन लो प्रियतम....

ताने देती हैं सब सखियां , कहके विरहन आज ।
जबकी दिल पे मेरे साजन , बस तेरा ही राज ।।

सरसी छन्द  अबकी होली सुन लो प्रियतम , मेरे मन की चाह । संग तुम्हारे खेलूँ होली , तकती तेरी राह ।। अबकी होली सुन लो प्रियतम.... ताने देती हैं सब सखियां , कहके विरहन आज । जबकी दिल पे मेरे साजन , बस तेरा ही राज ।। #कविता