तमाम उम्र मलंगों की तरह ख्वाइशों की कब्रो पर नाच कर गुज़ारी हैं और सब समझते हैं बहुत बचपना हैं मुझ में... #पगली लड़की की क़लम से #अब हैं तो हैं #मुस्कराहटों के सौदे कर लेती हु मैं... ©ashita pandey बेबाक़ #traintrack