सोचता हूं मैं अब रुखसत हों जाऊ वक्त-ए- गुमनामी मै आज खो जाऊ जिम्मेदारी मुझे कही जाने नही देती किसी मासूम का गुनाहगार ना हो जाऊं ये इम्तेहान कैसा है कुछ समझे नही कही मुफलिसी मैं गिरफ्तार ना हो जाऊं अख़लाक़ मफ़ज़ात अदावत बन गये है तौफ़ीक़ मुझे दे मौला अफ़जल बन जाऊं ©Irfan Saeed Writer सोचता हूं रुखसत हों जाऊं 😢😢 #Nojoto #SAD #sayari #ViralVideo #indanshayri