आख़िरी पहर है तेरे मेरे साथ का,अब जाना होगा, कल मिले ना मिले इस बात का क्या ठिकाना होगा? दिल में तेरी यादों के किस्से सदा रहेंगे जवां, मेरे ख़्यालों को तेरी यादों का बहाना होगा। मन बोझिल ना करना, वही धुन गुनगुना लेना तुम, आँख रोएगी मगर हंसी लबों का मुस्कुराना होगा। अधूरी मोहब्बत भी अधूरे शख्स को पूरा कर जाती, पहर कोई हो पहर तुझसे जुड़ा सुहाना होगा। मेरी चाहों को अब और कोई चाहतें ना रही, तेरे सिवा मुझको अब यहाँ कुछ भी ना गवारा होगा। ढल जायेंगे ये रात और दिन, ढल जायेगा बदन, पर जहाँ में तेरे मेरे प्यार का अफ़साना होगा। ♥️ Challenge-696 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।