बचपन और पहला दोस्त दोस्त वो होता है जिससे बात करके आप सारे दुख भूल जाए आपको याद ही न रहे की कुछ देर पहले आप दुख में थे जिसके साथ हमेशा अपनेपन का एहसास हो वह कितना ही दूर क्यों न हो पर फिर भी लगे की वह हमेशा पास है बातों में उसकी एक मीठी सी मिठास हो बाहों में उसके जैसे पूरी दुनिया का सुख हो उससे बात न होने पर लगे की पूरी दुनिया उदास है दोस्त वो होता है जिसे खोने का डर हो न हो पर दूर जाने का गम हो जो किसी और के साथ हो तो एक खूबसूरत जलन का एहसास हो जो नाराज होने पर बात भले न करे पर मनाने का इंतजार करे दोस्त वो होता है जिससे बेशुमार झगड़ा हो पर उस झगड़े में बेइंतहा प्यार हो जो जमाने के डर के कारण दोस्ती से मुंह न मोड़ें लाख बुराइयां होने पर साथ न छोड़े जिसके लिए दोस्ती ईमान से बढ़कर हो जो बड़े बड़े वादे तो न करे पर उन्हे निभाने का दम रखे जो दोस्ती पर शक नहीं हक समझे वो होता है दोस्त ©पूर्वार्थ #BachpanAurPehlaDost