रचना दिनांक 5 दिसम्बर 2024 वार गुरुवार समय सुबह पांच बजे ्छाया चित्र में जलसागर में हरित वन जंगल पहाड़ धरती पर निर्राकार आकारहीन हवाओं में लोक आकार प्रकार निराकार रूप में साकार सुर्य विराजमान है सृष्टि में एक जीवंत रूप में एक प्रत्यक्षदर्शी महादेव महाकाल गति प्रगति अवगति सदगति स्वयंभू समयकाल है ्् ्शीर्षक ् ्भावचित्र ् ्निज विचार ् नमो आदित्याय नमः शिवाय गौरीशिवशंकराय वाघम्बराय,, रुद्राक्षमालायधारणं भस्मागंशरीरंत्रिपुण्डतिलकं, चंद़शेखरायशिवतत्वमें त्रिनेत्रधारीशिवोहम त्रिशूलधारणं शिवशकरमं।। ््््निज विचार ््् ््स्वज्ञानरचित ््् भावचित्र ्््् कवि शैलेंद्र आनंद 5 दिसंबर 2024 ©Shailendra Anand भक्ति संगीत हर हर महादेव कवि शैलेंद्र आनंद