Nojoto: Largest Storytelling Platform

मैं:- मुट्ठी से फिसलती हुई रेत देखी है कभी ? वो:-

मैं:- मुट्ठी से फिसलती हुई रेत देखी है कभी ?
वो:- हाँ, देखी है ! पर ऐसा क्यु पुछ रहे हो ?
मैं:- अक्सर उस रेत कि तरह फिसलता रहा है, 
      मेरा किरदार... मेरे अपनों के जहन से ।। मैं:- मुट्ठी से फिसलती हुई रेत देखी है कभी ?
वो:- हाँ, देखी है ! पर ऐसा क्यु पुछ रहे हो ?
मैं:- अक्सर उस रेत कि तरह फिसलता रहा है, 
      मेरा किरदार... मेरे अपनों के जहन से ।।

#मैंऔरवो
मैं:- #मुट्ठी से #फिसलती हुई #रेत देखी है कभी ?
वो:- हाँ, देखी है ! पर ऐसा क्यु पुछ रहे हो ?
मैं:- मुट्ठी से फिसलती हुई रेत देखी है कभी ?
वो:- हाँ, देखी है ! पर ऐसा क्यु पुछ रहे हो ?
मैं:- अक्सर उस रेत कि तरह फिसलता रहा है, 
      मेरा किरदार... मेरे अपनों के जहन से ।। मैं:- मुट्ठी से फिसलती हुई रेत देखी है कभी ?
वो:- हाँ, देखी है ! पर ऐसा क्यु पुछ रहे हो ?
मैं:- अक्सर उस रेत कि तरह फिसलता रहा है, 
      मेरा किरदार... मेरे अपनों के जहन से ।।

#मैंऔरवो
मैं:- #मुट्ठी से #फिसलती हुई #रेत देखी है कभी ?
वो:- हाँ, देखी है ! पर ऐसा क्यु पुछ रहे हो ?

मैं:- मुट्ठी से फिसलती हुई रेत देखी है कभी ? वो:- हाँ, देखी है ! पर ऐसा क्यु पुछ रहे हो ? मैं:- अक्सर उस रेत कि तरह फिसलता रहा है, मेरा किरदार... मेरे अपनों के जहन से ।। #मैंऔरवो मैं:- #मुट्ठी से #फिसलती हुई #रेत देखी है कभी ? वो:- हाँ, देखी है ! पर ऐसा क्यु पुछ रहे हो ? #nagvendrasharma