सार्थक क्यूँ बेवजह जाकर ख़ुदख़ुशी करो तुम बेहतर तो ये हैं उसके बाप की नज़रो में क़ाबिल बनो तुम क्या थकते नहीं कभी तुम शराब पी-पी के एक काम करो अब शायरी करो तुम बड़ी शिद्दत से इश्क़ किया हैं तुमने उसे सार्थक अच्छा नहीं लगता की शहर भर में उसे बदनाम करो तुम ~ सार्थक शुक्ला #Sarthak #Poetry #Shayar #urdushayri