Nojoto: Largest Storytelling Platform

ज़िस्म काग़ज़ का सुलग जाता ज़रा सी आँच से ही देख पत्थर

ज़िस्म काग़ज़ का सुलग जाता ज़रा सी आँच से ही
देख पत्थर हो गया घायल  इक टुकड़ा काँच से ही
जो  बहादुर है  नहीं  डरता  बड़ी गर  फौज  भी हो
सौ  रहे  कौरव  मगर  हारे  वो  पांडव  पाँच  से ही.

©malay_28
  #कागज़ का बदन
malay285956

malay_28

New Creator
streak icon58

#कागज़ का बदन #शायरी

315 Views