Nojoto: Largest Storytelling Platform

आज कुछ नया है जो शरद वर्षा के आगोश में समाई है और

आज कुछ नया है
जो शरद वर्षा
के
आगोश में समाई है
और 
चाहत किसी
की
इस कदर ख़ुमारी में है 
कि
खुद कुदरत अपनी
मेहर बरसाने आई है ।।

©एक भारतीय मावठा
आज कुछ नया है
जो शरद वर्षा
के
आगोश में समाई है
और 
चाहत किसी
की
इस कदर ख़ुमारी में है 
कि
खुद कुदरत अपनी
मेहर बरसाने आई है ।।

©एक भारतीय मावठा

मावठा #poem