#OpenPoetry दुनिया न छिन मेरे परर इन पररो, से दुनिया कदमो मे मुझे डाल लेने दे, मत छिन उन पल को मुझ से जो मेरे है , एक बार उड़ान भरने तोह दे ,फिर देख दुनिया मेरे कदमों मे होगी .