Nojoto: Largest Storytelling Platform

🥰🥰🥰🥰🥰🥰🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🥰🥰🥰🥰

🥰🥰🥰🥰🥰🥰🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🥰🥰🥰🥰🥰🥰
रफ्ता रफ्ता गिरफ्त में हुए हम
 हुस्न ए शबाब के,
मैकशी तो महज़ नाम था मेरे लिए
आजकल रिश्तें हैं मेरे शराब से।
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🌹🌹🌹🌹🌹🌹
१०/०१/२०२३

©M.K.kanaujiya
  हुस्न और शराब

हुस्न और शराब #Shayari

96,086 Views