न जाने क्यों चारों ओर उजियारा लगता है तू दिखती हैं आशमा में जो प्यारा लगता हैं रात उजाली सी लगती हैं तेरे रूप के जैसे चाँद 🌙 के जैसे अब भी कोई तारा 🌟 लगता हैं तू दिखाती हैं आसमा में