✍️आज की डायरी✍️ "फ़िक्र गुज़रे हुए वक़्त का कब तक करोगे तुम , जो मुश्किलें हैं उनसे आख़िर कबतक डरोगे तुम । दुश्मन से मिलकर जीते तो "जयचन्द" कहलाओगे , लड़ कर के जो जीत मिली तो "सिकंदर" बनोगे तुम ।। ✍️नीरज✍️ ©डॉ राघवेन्द्र #Likho