Nojoto: Largest Storytelling Platform

आदतन कई बार हम ,ऐसे बह जाते हैं ना चाहें तो भी अन

आदतन कई बार हम ,ऐसे बह जाते हैं 
ना चाहें तो भी अनर्गल जैसा कह जाते हैं....! 

#कहने को बहुत कुछ होता है ,पर कह नहीं पाते हैं 
जो #सुनना न चाहे कोई ,वैसा कह जाते हैं....! 

कभी लफ्ज़ों के लहजे से ,हम लुत्फ उठाते हैं 
कभी लाजवाब कहने को,लब तरस जाते हैं....! 

दिल की खामोशी आँखों के,आँसू बन जाते हैं 
जो लफ्ज़ नहीं कह पाते ,वो आँसू कह जाते हैं...! 

अल्फाज़ मायने रखते हैं ,जादू कर जाते हैं
सुनने वाले के जज्बातों ,को छूकर जाते हैं...! 

कहने की अदा निराली हो,सब सुनना चाहते हैं 
लफ्जों का ऐहतराम कर लें,तो मोती बन जाते हैं...!✍️

©पूर्वार्थ