तिलमिलाती धूप में शीतल चंद्रमा सा सुख है, हताशाओं के अंधेरों में जुगनुओं सी रोशन है तपते मरुवन में,पानी की बुझी प्यास है, डूबते को जैसे बस तिनके की आस है, हारे को आख़िरी मौका है, सुनामियों में टिकी नौका है, "जैसे तुम उम्मीद की किरण" Challenge-109 #collabwithकोराकाग़ज़ 47 शब्दों में अपनी रचना लिखिए :) #उम्मीदकीकिरण #कोराकाग़ज़ #yqdidi #yqbaba YourQuote Didi YourQuote Bhaijan Aरिफ़ Aल्व़ी #YourQuoteAndMine Collaborating with कोरा काग़ज़ ™️