तुम्हें फुर्सत नहीं हम बेरोजगार ठहरे मेरे पास क्या है तेरी यादों के सिवा तुम यूँ ही हमें नज़रंदाज़ करते रहो निकम्मी यादों की है औकात क्या पारुल शर्मा तुम्हें #फुर्सत नहीं हम #बेरोजगार ठहरे मेरे पास क्या है तेरी यादों के सिवा तुम यूँ ही हमें #नज़रंदाज़ करते रहो निकम्मी यादों की है #औकात क्या पारुल शर्मा