इक दूसरे से अनजान मग़र हमसफ़र से हम,
किसी ख़्वाब की तलाश में हुए दरबदर से हम,
दुनियाँ अनदेखा करे, या इसे सच समझे
इश्क़ की उड़ती हुई किसी झूठी ख़बर से हम,
वो आये,तनिक ठहरे और फिर चले गए
लाचार बेबस देखते रहे किसी रहगुज़र से हम,
चेहरे पर मुस्कान है , ये आंख आँसू से लबालब
और तूफ़ां को थामे हुए छोटी बहर से हम, #ghazal#Hindi#Shayari#शायरी#urdu#urdupoetry#nojotourdu